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पढ़ाई में मन कैसे लगाए।।padhai main man kaise lagay

 जैसा कि हम सब जानते हैं कि आज के समय में टेक्नोलॉजी ज्यादा काम कर रही है जगह जगह पर मोबाइल कंप्यूटर आदि इस्तेमाल हो रहे है जिससे कि जो नहीं पीढ़ी आ रही है यह उनके लिए बिल्कुल भी सही नहीं है क्योंकि इससे उनके भविष्य पर काफी गलत प्रभाव पड़ रहा है हालांकि कि अपनी जगह पर टेक्नोलॉजी अच्छा काम कर रही है आने वाले समय में इससे दिक्कत हो सकती है 


पढ़ाई करने के महत्वपूर्ण टिप्स:- 

1) पढ़ाई करने से पहले हमे मोबाइल को दूर रखना चाहिए।

2) पढ़ाई करने से पहले हमे उसके बारे मे सोचना चाहिए 

3)। पढ़ाई करने से पहले हमे पढ़ाई करने से संबंधित सामग्री साथ रखनी चाहिए।

4) पढ़ाई हमे हमेशा एकांत जगह पर करनी चाहिए 

5) पढ़ाई करने से पहले हम जो भी करना चाहते हैं उसे करने के बाद पढ़ाई करनी चाहिए मेरा मन इधर उधर न हो 


पढ़ाई करने का महत्वपूर्ण समय:- 

पढ़ाई करने का वैसे कोई समय नहीं होता है उसे हम जब भी चाह तब कर सकते हैं लेकिन ज्यादातर लोग सुबह के समय पढ़ाई करना ज्यादा बेहतर समझे है क्योंकि इस समय ब्रममूरत  का समय होता है और सुबह के समय पूरा जहां भी शांत होता है तो इस समय अच्छे पढ़ाई कर सकते हैं जिससे सुबह का समय पढ़ा हुआ हमे काफी समय तक याद रहता है 



मन को शांत कैसे करें 


मन को शांत करने के लिए हमे मेडिसिन और योगा को सुबह 5 बजे करना चाहिए जिससे हमारी अंदर जो विचार है उनमें परिवर्तन होता है और हमारी याद करने की क्षमता बढ़ती है क्योंकि जो भी ऋषि मुनि होते थे वो अपनी तपस्या सुबह के समय ही करते थे तो विद्यार्थी के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा माना गया है 

पढ़ाई में मन लगाने के लिए ये मंत्र जपा जा सकते हैं: 
  • ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिम् पुष्टि वर्धनम् उर्वा रुकमेव बंधनात मृत्योर् मोक्षीय मामृतात् 
  • ऊं नमो भगवती सरस्वती वाग्वादिनी ब्राह्मणी ब्रह्मस्वरूपिणी बुद्धिवादिनी मम विद्या देहि-देहि स्वाहा 
  • ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् 



Success Story: UPSC के लिए छोड़ा 30 लाख का पैकेज जानिए सफलता की कहनी



Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विस परीक्षा पास करना मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं है. इस कठिन परीक्षा को पास करने वालों में एक नाम अभिनव सिवाच का भी है. हरियाणा के अभिनव सिवाच ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2023 में अखिल भारतीय स्तर पर 12वीं रैंक हासिल की. यह उपलब्धि हासिल करना उनके लिए भी आसान नहीं था उन्होंने सालाना 30 लाख रुपये का नौकरी का ऑफर ठुकरा दिया और अपनी मेहनत से UPSC परीक्षा को पास किया, रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई करके. इनकी सफलता की कहानी से आपको भी प्रेरणा मिलेगी.


पिता से मिली थी सरकारी नौकरी की प्रेरणा

अभिनव सिवाच हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रहने वाले हैं और वे बचपन से ही अपनी बेहतरीन योग्यता के लिए मशहूर हैं. उन्होंने पहले दिल्ली सिविल सेवा परीक्षा पास की थी और अब दक्षिण दिल्ली के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) के रूप में काम कर रहे हैं. इस पद से पहले, उन्होंने फतेहाबाद जिले के टोहाना में नायब तहसीलदार के तौर पर भी अपनी सेवा दी थी. उनके पिता, सतबीर सिवाच, सेलटेक्स विभाग में आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं और उनका परिवार हिसार में रहता है. अभिनव ने सिविल सेवा में शामिल होने के लिए 30 लाख रुपये के पैकेज वाली शानदार नौकरी को छोड़ दिया था.


सोशल मीडिया से हमेशा रहे दूर

मीडिया से बातचीत के दौरान अभिनव ने बताया कि उन्होनें आईआईएम कोलकाता से ग्रेजुएशन किया है और उन्हें 30 लाख रुपये सालाना का जॉब ऑफर मिला था. लेकिन उन्हें हमेशा से यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा पास करने का जुनून था और इसलिए उन्होंने यह मौका ठुकरा दिया. एसडीएम के रूप में काम करते हुए, उन्होंने रात-रात भर जागकर 7 से 8 घंटे की पढ़ाई की और आखिरकार यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली. उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से भी दूरी बनाई, क्योंकि उनका ऐसा मानना है कि यह भटकाव और डिस्टर्बेंस का कारण बन सकता है.



IPS से की शादी 

अकादमिक सफलता के साथ-साथ, आईएएस अधिकारी अभिनव सिवाच की चर्चा उस समय भी खूब हुई जब उन्होंने आईपीएस अधिकारी आशना चौधरी के साथ एक भावनात्मक इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में इस जोड़े की एक इमोशनल तस्वीर थी, जिसके साथ कैप्शन था – “थोड़ा है, थोड़े की जरूरत है, जिंदगी फिर भी यहां खूबसूरत है. एक बार में एक सपना. तुम मुझे पूरा करते हो.” आईएएस अधिकारी अभिनव सिवाच और आईपीएस अधिकारी आशना चौधरी की प्रेम कहानी ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरीं.

1 फरवरी की सुबह-सुबह आई खुशखबरी! सस्ता हो गया LPG सिलेंडर, नई कीमतें आज से ही लागू

 


की सुबह-सुबह आमजन के लिए बड़ी खुशखबरी आई है. सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है. इसके तहत सिलेंडर की कीमतों में आज से कटौती की गई है.ताजा अपडेट के मुताबिक शनिवार से सिलेंडर पहले से कम भाव पर मिल रहे हैं. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 11 बजे केंद्रीय बजट को संसद में पेश करेंगी.



सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 1 फरवरी से कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है. इसमें प्रति सिलेंडर 7 रुपए की कटौती की गई है. घटी हुई कीमतें केवल 19 किलोग्राम वाले सिलेंडर पर ही लागू हुआ है. जबकि 14 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जोकि 1 अगस्त, 2024 से नहीं बदला है. हालांकि, कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें जनवरी में 6 महीने में पहली बार 14.5 रुपए से 16 रुपए तक की कटौती की थी.


LPG सिलेंडर की नई कीमतें

इंडियन ऑयल की तरफ से जारी कीमतों के मुताबिक राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम वाला सिलेंडर 1797 रुपए है, जोकि पिछले महीने यानी जनवरी में 1804 रुपए में बिक रहा था. देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली सिटी मुंबई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1749.50 रुपए पर आ गया है. यहां कमर्शियल सिलेंडर का भाव 1756 रुपए के भाव पर बिक रहा था.


ताजा अपडेट के मुताबिक कोलकाता में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1911 रुपए की घटकर 1907 रुपए पर आ गया है. इस लिहाज से सिलेंडर की कीमतें 4 रुपए घटी हैं. चेन्नई में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 6.5 रुपए की कटौती हुई है. 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर यहां 1959.5 रुपए पर आ गया है, जोकि जनवरी महीने में 1966 रुपए प्रति सिलेंडर था.


रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें

कमर्शियल सिलेंडर की तरह रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती नहीं हुई हैं. फरवरी में इसके रेट नहीं बदले हैं. 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर मुंबई में 802.50 रुपए पर मिल रहे. कोलकाता में 829 रुपए प्रति सिलेंडर पर बिक रहा है. राजधानी दिल्ली में 803 रुपए प्रति सिलेंडर पर बिक रहा है. जबकि चेन्नई में 818.50 रुपए के भाव पर बिक रहा  है 

सोने और चांदी के दामों में 2025 की गिरावट की उम्मीद

 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2025 पेश किया है उन्होंने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था सभी अर्थव्यवस्थाओं से सबसे तेजी से बढ़ रही है और पिछले 10 वर्षों में किए गए सुधारों में वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। इस बजट में सरकार ने आम जनता के लिए कही महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। जिनका असर रोजमर्रा की चीजों, कीमती धातुओं और इलाज पर भी पड़ेगा।


बजट में सोने और चांदी पर आयत घटाने का प्रस्ताव किया है वित्त मंत्री ने बताया कि सोने और चांदी में शुल्क घटाकर 6 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है। जिससे घरेलू बाजार में इनकी मांग बढ़ने की संभावना है आर्थिक सर्वे 2024- 25 के अनुसार 2025 में सोने की कीमतों में गिरावट और चांदी की कीमतों में वृद्धि हो सकती है 


 इसके अलावा मोबाइल फोन की कीमतों में गिरावट की उम्मीद है वित्त मंत्री ने कैंसर के इलाज में उपयोग होने वाली तीन दवाओं पर छूट देने की घोषणा की है मछली हाइड्रोलैजैट और पेस्टीसाइड जैसे उत्पादों पर आयत शुल्क में कटौती से इसकी कीमतें भी कम हो सकती हैं 


PM किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त का पैसा 24 फरवरी को खातों में आने वाला और किन किसानों का नहीं आएगा पैसा



PM किसान सम्मान निधि योजना:- 

हमारे देश में सबसे बड़ा भाग खेती करने वाले किसानों का है गांव में खेती करने वाले किसानों की संख्या 70 प्रतिशत बताई गई है सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और प्रोत्साहित देने के लिए सरकार द्वारा हर वर्ष नई नई योजना आती रहती है इन्हीं योजनाओं के बीच एक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना है जिसकी 19वी  किस्त 24 फ़रवरी को हजारों किसानों  के खातों में भेजी जाएगी 



PM किसान सम्मान निधि योजना की 18 वीं किस्त का पैसा किसानों के खातों में जा चुका है:- 

अभी तक PM किसान सम्मान निधि योजना का 18 किस्तों का सरकार द्वारा भुगतान किया जा चुका है। और 19वीं किस्त का पैसा किसानों के खातों में 24 फरवरी को जाएगा। प्रधानमंत्री इस दिन बिहार के दौरे पर होगे और इसी दिन किस्त डाली जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बटन दबाते ही किसानों के खातों में योजना के दो दो हजार रुपए ट्रांसफर हो जाएंगे। 2.98 लाख किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का पैसा ट्रांसफर किया जाएगा। एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अनुसार 3,13,882 किसान सम्मान निधि योजना से निलंबित है और 2.98 लाख किसानों को इस योजना का लाभ मिल रहा है जबकि 6212 किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।





जिन किसानों ने अपने PM किसान सम्मान निधि योजना की ई केवाईसी नहीं कराई है :-

जिन किसानों ने अभी तक ई केवाईसी नहीं कराई है उन किसानों के खातों में 19 वीं किस्त का वे किसान लाभ नहीं उठा सकेंगे। PM किसान सम्मान निधि योजना के तहत सरकार ने हर साल किसानों के खातों में 6000 रुपए ट्रांसफर 
करती हैं क्योंकि सरकार द्वारा हर चार महीनों में 2000 हजार रुपए ट्रांसफर करती है अपात्र लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा सके इसके सरकार ने इस योजना के लिए ई केवाईसी को अनिवार्य किया है।

बुढ़े माता और पिता को महाकुंभ में अकेले छोड़ा


महाकुंभ मेले में बूढ़े मां-बाप को कलयुगी बेटों ने छोड़ा, फिर जो हुआ देखकर भर आएंगी आपकी आंखें, वीडियो वायरल




Son Left Parents In Kumbh Mela: इंटरनेट पर कई बार मायूस कर देने वाले वीडियो वायरल होते हैं। ऐसा ही एक बुजुर्ग दंपत्ति का वीडियो वायरल हो रहा है जिन्हें उनके बेटों ने महाकुंभ मेले में ले जाकर छोड़ दिया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है।


हाइलाइट्स

तीन बेटों ने बुजुर्ग मां-बाप को कुंभ के मेले में अकेला छोड़ा

कड़कड़ाती ठंड में कुंभ मेले में अकेले नजर आए बुजुर्ग दंपत्ति

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है 

मां-बाप अपनी जान से भी ज्यादा बढ़कर बच्चों को प्यार देते हैं और उन्हें कभी किसी चीज की कमी नहीं होने देते हैं। लेकिन जब वही मां-बाप जब बूढ़े हो जाते हैं तो कई बच्चों के लिए वो बोझ बन जाते हैं तो कई बच्चे नि:स्वार्थ भाव से अपने पैरेंट्स की सेवा भी करते हैं। सोशल मीडिया पर आपको कई ऐसे वीडियो दिख जाते होंगे जहां संतान अपने मां-बाप को तड़पने के लिए बुढ़ापे में छोड़ देते हैं। फिलहाल कुंभ मेले का भी एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है।


यह वीडियो प्रयागराज का है जिसमें आप देखेंगे कि बुजुर्ग दंपत्ति कड़कड़ाती ठंड की रात में चादर ओढ़कर बैठे हुए हैं। कुंभ में उनके बच्चों ने उन्हें छोड़ दिया है। एक शख्स उनकी मदद करता है और उन्हें कुछ पैसे भी देता है। वो दोनों की मदद करना चाहते हैं लेकिन वो कहते हैं कि वो रातभर कुंभ में ही रहना चाहते हैं। यह वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है।



बच्चों ने छोड़ दिया



वीडियो में वो कहते हैं - 'हमारे तीन बेटे हैं और बच्चों ने हमें छोड़ दिया है। तीन बहू है तीनों दुष्ट है। हम बोले हैं कि हमारे शहर में कुंभ हो रहा है हम जाते हैं नहाने।' मदद करने वाला शख्स कहता है कि चार किलोमीटर की दूरी पर रहता है और सुबह उनसे मिलने आएगा और आश्रम लेकर जाएगा।



लिखा गया है- 'भीषण सर्दी में बुजुर्ग मां बाप को कुंभ में छोड़ दिया।' 


दूसरे यूजर ने लिखा है- कैसे-कैसे बेटे हैं इस दुनिया में, इतने बूढ़े मां-बाप को तकलीफ देते हैं। तीसरे ने लिखा है- ये पुत्र नहीं कुपुत्र हैं आपने अच्छा काम किया है। कई यूजर ने लिखा है कि बच्चों को मां-बाप के प्रति इतना गैर जिम्मेदार नहीं होना चाहिए।




RPF Constable Syllabus 2025: Railway Rpf Constable सिलेबस और परीक्षा पैटर्न पीडीएफ डाउनलोड करें

 

RPF constable exam परीक्षा तैयारी



RPF Constable Syllabus 2025: रेलवे सुरक्षा बल ने सिलेबस के साथ RPF कांस्टेबल अधिसूचना जारी की है। जो उम्मीदवार 2 मार्च से 20 मार्च तक आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, वे इस लेख में RPF कांस्टेबल सिलेबस 2025 की जांच कर सकते हैं। और साथ ही CBT परीक्षा और PET/PMT के लिए विस्तृत विषयवार RPF कांस्टेबल सिलेबस और परीक्षा पैटर्न पीडीएफ भी प्राप्त कर सकते हैं।

RPF Constable Syllabus 2025 PDf 

Govt Exam

Practice Now


RPF Constable Syllabus 2025: रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने आधिकारिक तौर पर RPF कांस्टेबल परीक्षा 2025 के लिए सिलेबस अधिसूचना के साथ जारी कर दिया है, जिसका लक्ष्य 4,208 कांस्टेबल रिक्तियों को भरना है। परीक्षा 2 मार्च से 20 मार्च, 2025 तक आयोजित होने वाली है। आरपीएफ कांस्टेबल की चयन प्रक्रिया में कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) शामिल है, उसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षण (पीईटी), शारीरिक माप परीक्षण (पीएमटी) और दस्तावेज़ सत्यापन शामिल है। 

यहां देखें: RPF Constable Exam Date 2025 OUT


आरपीएफ कांस्टेबल की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को अपनी तैयारी को बेहतर बनाने के लिए पाठ्यक्रम से परिचित होना चाहिए। आरपीएफ पाठ्यक्रम में उन प्रमुख विषयों और उप-विषयों की रूपरेखा दी गई है जिन्हें परीक्षा में शामिल किया जा सकता है।


RPF कांस्टेबल पाठ्यक्रम में तीन विषय शामिल हैं: सामान्य जागरूकता (General Awareness), सामान्य बुद्धिमत्ता और तर्क (General Intelligence & Reasoning), और गणित। इस लेख में, हमने विषयवार आरपीएफ कांस्टेबल सिलेबस पर चर्चा की है, साथ ही सिलेबस और पैटर्न पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए डायरेक्ट लिंक भी दिया है ताकि आप परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।


RPF Constable Syllabus, Exam Pattern 2025: परीक्षा पैटर्न और सिलेबस

आरपीएफ ने कांस्टेबल पदों के लिए अधिसूचना जारी की है। इस भर्ती अभियान के माध्यम से, कुल 4208 उम्मीदवारों को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और रेलवे सुरक्षा विशेष बल (RPSF) में कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इस परीक्षा में सफल होने के लिए, आवेदकों को नवीनतम RPF पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न से परिचित होना चाहिए।


पद का नाम

कांस्टेबल

रिक्त पद

4208

परीक्षा का तरीका

ऑनलाइन (कंप्यूटर आधारित टेस्ट)

आरपीएफ कांस्टेबल परीक्षा तिथि 2025

2 से 20 मार्च 2025

चयन प्रक्रिया

कंप्यूटर आधारित टेस्ट, पीईटी और पीएमटी और दस्तावेज़ सत्यापन

Railway RPF Constable Exam Pattern: आरआरबी आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पैटर्न

आरआरबी आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पैटर्न इस प्रकार है:


परीक्षा का माध्यम: कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT)

परीक्षा: हिंदी / अंग्रेजी सहित कई भाषाएं

प्रश्नों की संख्या: 120

अंक: 120 (हर प्रश्न 1 अंक का)

समय: 90 मिनट (1 घंटे 30 मिनट)

नेगेटिव मार्किंग: प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक की कटौती

विषय

प्रश्नों की संख्या

अंक

सामान्य जागरूकता (General Awareness)

50

50

अंकगणित (Arithmetic)

35

35

सामान्य बुद्धि एवं तर्कशक्ति (General Intelligence & Reasoning)

35

35

RPF Constable PMT Exam Pattern: आरपीएफ कांस्टेबल शारीरिक माप परीक्षण 

आरपीएफ पीईटी परीक्षा पैटर्न में पुरुष और महिला उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग मानक शामिल हैं। पुरुष उम्मीदवारों को 5 मिनट और 45 सेकंड के भीतर 1600 मीटर की दौड़ पूरी करनी होती है। दूसरी ओर, महिला उम्मीदवारों को 3 मिनट और 40 सेकंड के भीतर 800 मीटर की दौड़ पूरी करनी होती है। ये मानक यह सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित किए गए हैं कि उम्मीदवार नौकरी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शारीरिक रूप से फिट हैं।



आरपीएफ कांस्टेबल पीईटी परीक्षा पैटर्न 2024

पीईटी मानक

पुरुष

महिला

1600 मीटर दौड़

5 मिनट 45 सेकंड के भीतर

-

800 मीटर दौड़

3 मिनट 40 सेकंड के अंदर

लॉंग जंप

14 फीट

9 फीट

हाई जंप

4 फीट

3 फीट

RPF Constable Syllabus PDF Download Link

रेलवे सुरक्षा बल (RPF) कांस्टेबल परीक्षा 2024 में कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) शामिल है, इसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षण (PET), शारीरिक माप परीक्षण (PMT) और दस्तावेज़ सत्यापन होता है। CBT को तीन खंडों में विभाजित किया गया है: सामान्य जागरूकता, अंकगणित और सामान्य बुद्धिमत्ता और तर्क। उम्मीदवार नीचे दिए लिंक से आरआरबी आरपीएफ कांस्टेबल सिलेबस पीडीएफ डाउनलोड करें।


यहां क्लिक करें

RPF Constable Syllabus PDF 

Subject-wise RPF Constable Syllabus: विषयवार रेलवे आरआरबी आरपीएफ कांस्टेबल सिलेबस

रेलवे आरआरबी आरपीएफ कांस्टेबल परीक्षा का सिलेबस विभिन्न विषयों में बांटा गया है। इसमें मुख्य रूप से सामान्य ज्ञान, गणित, सामान्य विज्ञान और तार्किक अभिरुचि जैसे विषय शामिल होते हैं। यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होती है और इसके लिए सिलेबस इस प्रकार है:


आरपीएफ कांस्टेबल सिलेबस विवरण:


सामान्य ज्ञान (General Awareness)

भारतीय रेलवे और इसके अधीन आने वाले विभागों की जानकारी

भारतीय राजनीति, भारतीय इतिहास, भूगोल

भारतीय अर्थव्यवस्था

संविधान, राज्य और राष्ट्रीय महत्व के कानून

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ

खेल, कला, और संस्कृति

भारतीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और पर्यावरण

सामान्य बुद्धि और तर्क (General Intelligence and Reasoning):

समानताएं और भिन्नताएं

स्थानिक दृश्य और अभिविन्यास

समस्या समाधान

विश्लेषण

निर्णय लेना

दृश्य स्मृति

भेदभावपूर्ण अवलोकन

संबंध अवधारणाएं

अंकगणितीय तर्क

मौखिक और चित्र वर्गीकरण

अंकगणितीय संख्या श्रृंखला

गैर-मौखिक श्रृंखला

कोडिंग और डिकोडिंग

कथन एवं निष्कर्ष

सिलोजिस्टिक तर्क

अंकगणित (Arithmetic):

संख्या प्रणाली

पूर्ण संख्याएं

दशमलव और भिन्न

मौलिक अंकगणितीय संचालन

प्रतिशत

अनुपात और समानुपात

औसत

ब्याज

लाभ और हानि

छूट

क्षेत्रमिति

समय और दूरी

तालिकाओं और रेखांकन का उपयोग

नोट: अधिक जानकारी और आधिकारिक सिलेबस पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए, आप आरआरबी की ऑफिशियल वेबसाइट या ऊपर दिए लिंक पर जा सकते हैं।


आरपीएफ कांस्टेबल परीक्षा की तैयारी के टिप्स

आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) कांस्टेबल परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स यहां दी गई हैं:


सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को जानें:

परीक्षा के सिलेबस और पैटर्न को पूरी तरह से समझें। इससे आप उन विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे जिनमें अधिक प्रश्न आते हैं।

अध्ययन सामग्री चुनें:

सही किताबें, नोट्स और अध्ययन सामग्री का चयन करें। "आरपीएफ कांस्टेबल" के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाली किताबें और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र मददगार हो सकते हैं।

अध्ययन योजना बनाएं:

एक रणनीतिक अध्ययन योजना बनाएं जिसमें सभी विषयों को शामिल किया जाए। समय-सारणी बनाएं और उसे पालन करें।

मॉक टेस्ट और प्रश्न पत्र:

मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें। इससे आपको परीक्षा के पैटर्न और समय-प्रबंधन का अनुभव मिलेगा।

समय प्रबंधन:

प्रत्येक विषय के लिए समय प्रबंधन महत्वपूर्ण है। सभी विषयों को समय दें और महत्वपूर्ण विषयों पर अधिक ध्यान दें।